Hari hari odhani song lyrics Pawan Singh anupama yadav
अरे ओढ़नी ! ओढ़नी !
अरे ओढ़नी ! ओढ़नी !
अरे !
अरे कहाँ से आवतारु हो ?
आ हई दागी कईसन बा ?
अरे ..!
अरे धरs सs रे !
धर धर धर ..!
काहे पीछा परल बाड़s
हमरे पs मरल बाड़s
माठा फूंकी पियतारs
दूध से का जरल बाड़s
अरे का हो ..!
ऐसा नहीं है !
तो ..!
केकर जगवलु हs भगिया गोरी
कहाँ बुतवलु हs अगिया गोरी !
हे ..!
तs हरी हरी ओढ़नी तोहार छूटल
कवना बगिया ऐ गोरी
तs हरी हरी ओढ़नी तोहार छूटल !
कवना बगिया ऐ गोरी !!
अरे काहे के बताई ?
ओढ़नी !
अरे ओढ़नी ! ओढ़नी !
दिन रहे कवन ना देखलु कलेण्डर
कईलू बागानी में जवानी सरेंडर
के लेता टेंडर हो पीके बलेंडर !
अईसे तू ना मनबs
बात भीतर के का जनबs
छोटे में खोटेलु सगिया गोरी
एहि से लागल बा दगिया गोरी !
हे ..!
तs हरी हरी ओढ़नी तोहार छूटल
कवना बगिया ऐ गोरी
अच्छा ..!
तs हरी हरी ओढ़नी तोहार छूटल !
कवना बगिया ऐ गोरी !!
अरे ओढ़नी ! ओढ़नी !
आशु प्रियांशु से देखावेलु तू अकड़
चलता तोहार पवनवे से चक्कर
चलता चक्कर हो पियेलु शक्कर !
भेद जनि खोलs हो
चाही का बोलs हो
पुअरे के बुझलु पलंगिया गोरी
बाटे लेटाईल अलंगिया गोरी !
हे ..!
तs हरी हरी ओढ़नी तोहार छूटल
कवना बगिया ऐ गोरी
तs हरी हरी ओढ़नी तोहार छूटल !
कवना बगिया ऐ गोरी !!
बाद में बताउंगी !
अरे ओढ़नी ! ओढ़नी !