Banshidhar Chaudhary

Holi me rehu daal song lyrics pramod premi yadav

अशोक के होली में वैज्ञानिक नहीं होई

पहिले के जैसे भर पेट नहीं होई

 

ताजा हरियरी चरावे लगब

 

हमर फगुआ में मन बरबरावे लगब

जानू गेहुंआ में रेहुआ धरावे लगब

रंग मांगी खातिर जबरी बोलावे लगब

जानू गेहुंआ में रेहुआ धरावे लगब

 

होली के मजा ऐलो फोन पे लेली

मिले से माना कईले बबी सहेली

 

देहिया से नेहिया घटवे लगब

 

हमर फगुआ में मन बरबरावे लगब

जानू गेहुंआ में रेहुआ धरावे लगब

रंग मांगी खातिर जबरी बोलावे लगब

जानू गेहुंआ में रेहुआ धरावे लगब

 

का देब खेल रेला अतने आक्रोश बा

इरशाद बेदर्दी राम से विरोध बा

 

गहरे में बुलबुला लगावे लगब

 

हमर फगुआ में मन बरबरावे लगब

जानू गेहुँआ में रेहुआ धरावे लगब

रंग माँगा माँगा जबरी बोलावे लगब

जानू गेहुँआ में रेहुआ धरावे लगब

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