Banshidhar Chaudhary

Kismat banwala chota ram ji song lyrics khesari lal yadav, shilpi Raj

केने जाई लौऊके ना रहती नु हो..

के से घोषित दिल के बतिया नु हो..

केने जाई लौऊके ना रहती नु हो..

के से घोषित दिल के बतिया नु हो..

सहे के नीचे बड़ी चोट राम जी..

बुढ़हन बना दिहल माटी के देहिया

किस्मत बनवल काहे छोट.. राम जी

बुढ़हन बना दिहल माटी के देहिया

किस्मत बनवल काहे छोट राम जी

 

 

 

समय के जाल में जिनिगिया बा फंसल

रुके ना रोवाई ना जा..तावे हँसल

जाए हम जीने वोने मारे लोग ताना

जिये ना ही देता ई जु..लम्बी जमाना

मिले नाही कवनो सपोत राम जी..

बुढ़हन बना दिहल माटी के देहिया

किस्मत बनवल काहे छोट.. राम जी..

बुढ़हन बना दिहल माटी के देहिया

किस्मत बनवल काहे छोट राम जी

 

 

 

बाते हमके घिरेले ई गम के बदरिया

लागता नाकाम अब सौ..उससे उमरिया

सोचल सहे..जल सपनवा बा टूटल

कवने कारन मोर सनम बाते रुठल

रहे केवन हमारा में खोट राम जी…

बुढ़हन बना..दिहल माटी के देहिया

किस्मत बनवल काहे छोट.. राम जी..बुढ़हन

बना दिहल माटी के देहिया

किस्मत बनवल काहे छो..त राम जी

Related Articles

Back to top button