Banshidhar Chaudhary
Man ke ankhi se song lyrics, khesari lal yadav
मन के आँखी से तोहका देखिला
रोशनी के जरूरत का बा
मन के आँखी से तोहका देखिला
रोशनी के जरूरत का बा
मन के आँखी से तोहका देखिला
गुजरे हवा तोहका छूके
खुशबू तोहरे महसूस करी
ईतनी मोहब्बत दे मुझे
तन्हाई मैं ना आह भरू
तन्हाई मैं ना आह भरू
मन के मन्दिर मे तोहका पुजिला
अब पथर के जरूरत का बा
मन के आँखी से तोहका देखिला
रोशनी के जरूरत का बा
मन के आँखी से तोहका देखिला
तु सांस है हम तन है
ऐसा मुझे लगने लगा
ना था पहले ना होगा कोई
तेरे जैसे कोई मेरा सगा
तेरे जैसे कोई मेरा सगा
आरमान सबही तु पुरा गईलू
परियान के जरूरत का बा
मन के आँखी से तोहका देखिला
रोशनी के जरूरत का बा
मन के आँखी से तोहका देखिला