Banshidhar Chaudhary

Rim jhim ye savan lyrics (jubin nautiyal)

रिम झिम ये सावन फिर बरसात ले आया है सीज़न मोहब्बतों का खुद चल के आया है

 

 

सारे शहर में सिर्फ हमको भगाया है रिम जिम ये सावन फिर बरसात ले आया है

 

हो आ…

 

हो आ…

 

पहली मोहब्बत है और पहली ये बारिश है भर लो किस्मत में आसमां की नवाजिश है

 

 

कितना खुश है देखो ना ये आसमां है खुशनसीबी मेरे सारे वक्त में

 

 

जो हमसफ़र तूने मुझे बनाया है रिम ज़िम ये सावन फिर बरसात ले आया है

 

 

राहें अब सारी जाके तुझसे मिल जाती हैं हंसते हंसते आंखों से बुंदे गिर जाती हैं

 

 

तू जो आया बदली मौसम की हवा शायद बेचैनी में था पहले ये सफर मेरा

 

बहुत सुख मैंने तुझमें अब पाया है रिम जिम ये सावन फिर बरसात ले आया है

 

 

रिम झिम ये सावन फिर बरसात ले आया है सीज़न मोहब्बतों का खुद चल के आया है

 

 

सारे शहर में सिर्फ हमको किस्मत है रिम जिम ये सावन फिर बरसात ले आया है

 

हो आ…

 

हो आ…

Related Articles

Back to top button