इतिहास के पन्ने

विश्व के सबसे कम उम्र के तबला वादक

दोस्तों आज में बताने वाला हूँ विश्व के सबसे कम उम्र के तबला वादक के बारें में जो की काफी प्रेरणा दायक है तो आखिर तक जरूर पढ़े!

कुछ बच्चे बचपन से ही अपने हुनर को इतना निखार लेते हैं कि दुनिया चकित रह जाती है। तृप्त राज पांड्या भी उन्हें होनहार बच्चों में से एक है। उनका जन्म अतुल और वीणा पांडे के घर हुआ था एक दिन उन्होंने बालक तृप्त राज के हाथ में ढोलक का खिलौना पकड़ा तो देखा कि वह बड़े मजे से उसके साथ खेल रहा था |

राज ने महज 18 महीने के उम्र में पहली बार तबला पड़ा ! से ही तृप्ति राज्य अपनी दादी से भक्ति गीत सुना करता था। इससे उसका शास्त्रीय संगीत की तरफ झुकाव हो गया। इतना ही नहीं। दादी मां के भक्ति गीत गाने पर वह अल्युमिनियम का डिब्बा लेकर बैठ जाता था और उसे बजाता था। यह देखकर माता-पिता दोनों ही उसके हुनर को निखारने का पूरा ध्यान दिया जी तोड़ मेहनत किया पिता अतुल ने राज की तबला बजाते हुए वीडियो रिकॉर्ड की और उसे गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड में भेज दिया।

विश्व के सबसे कम उम्र के तबला वादक

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लेकिन उनके इस आवेदन पर इसलिए विचार नहीं किया कि क्योंकि तृप्ति राज की आयु सिर्फ 12 साल थी | लेकिन पिता अतुल निराश नहीं हुए उन्होंने एक बार फिर से राज का नाम भेजा और इस बार इसे स्वीकृत कर लिया। इस तरह 24 अप्रैल 2013 को तृप्त राज को विश्व के सबसे कम उम्र के तबला वादक के रूप में घोषित कर दिया गया । तृप्ति राज के तबला वादन का पहला सार्वजनिक प्रदर्शन उसे समय हुआ जब वह केवल 2 वर्ष का था| 3 साल की उम्र में तृप्ति राज ने ऑल इंडिया रेडियो पर अपने तबले का वादन किया और दूरदर्शन के लिए उसने 6 वर्ष की आयु में पहली प्रस्तुति दी |

 

जैसे-जैसे छोटी उम्र में तृप्ति राज को यश और उपलब्धियां मिलती जा रही है वैसे-वैसे उसके हृदय में अपने तबला वादन को निखारने की अच्छाइयां बलवती होती जा रही है| वह अपने इस कौशल को और महारत हासिल करने का प्रयास जारी रखा है |तृप्ति राज को उस्ताद जाकिर हुसैन पंडित हरिप्रसाद चौरसिया और उस्ताद इकबाल अहमद खान जैसे दिग्गजों का आशीर्वाद प्राप्त हुआ है |आने वाले समय में तृप्ति राज अवश्य ही भारत का नाम पूरे विश्व में रोशन करेगा तृप्ति राज पांडे जैसे बच्चों से यह सीख मिलती है कि हुनर निकालने के लिए मन में लगन होनी चाहिए फिर मंजिल मिल ही जाती है|

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